और कहा उत्कल ब्राम्हण समाज लोकेष सतपथी के इस दुःसह दुख में है शामिल, सब मिल कर हम इस दुख से उबारने का करेंगे प्रयासरत रहें और जो बन पडेगा करेंगे।

बिते रविवार को ग्राम घुटकुपाली में उत्कल ब्राम्हण समाज के युवा पदाधिकारी लोकेश सतपथी कीे पत्नि उपमा देवी जी का द्वादष कर्म हुआ जिसमें क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक एवं परिजनों के साथ साथ इश्ट मित्र व बंधु वर्ग शामिल हुये। आयोजित शोकसभा का संचालन वरिश्ठ व्याख्याता सुधीर शर्मा द्वारा किया गया जिसमें इन्हौंने उपस्थित लोगों को एक करूण भरे शब्दों में अवगत कराया कि जन्म मृत्यु शाष्वत प्रमाण है जिसको कल हंसते-खेलते खेलते देखा। आज माटी का पुतला, माटी समान है। इसी कडी में इन्हौने उपमा देवी के संदर्भ में बताया कि ये महज 47 वर्श की थी जो अत्यंत कम आयु में स्वर्ग सिधारीं। इनके दो पुत्र अनुभव और अभिनव एवं पति लोकेश सतपथी उक्त पीडा से उबर नहीं पा रहे है। शोक सभा में जिलाध्यक्ष अरूण पंडा ने बताया कि उपमा सतपथी परिवार को ही नहीं बल्कि समुचे सगे संबंधीयों को बांधकर रखी थी और इनके धर्मपरायणता एवं हंसमुख व्यवहार सर्वविदित था। इस परिस्थिति से किसी के लिये भी बाहर आना संभव है बावजुद इसके आगे बढना पडेगा और इसके लिये समुचा उत्कल ब्राम्हण समाज लोकेश सतपथी के साथ है। इसी तरह समाज के तहसील अध्यक्ष अक्षय कुमार सतपथी ने भी हृदय की गहराई से संवेदना प्रकट किया और अंत में समाज के वरिश्ठ व अधिमान्य पंडित गुणनिधि सतपथी ने शांति पाठ करते हुये 2 मिनट मौन धारण करने हेतु आग्रह किया इसके पष्चात् आभार प्रकट करने के साथ कार्यक्रम की समापन हुई और उपस्थित सभी लोगों ने भोजन प्रसाद ग्रहण किये।
