प्रदेश का रायगढ़ जिला मुख्यालय कई मामलों में सुर्खियों में है वही नगर पंचायत पुसौर जन सुविधाओं से जुड़े मुद्दों में फिसड्डी रही है जाने प्रकाश व्यवस्था का हाल, गलियो के घनघोर अंधेरा में नालियों के जमे पानी से लोगो का पैर हो रहा छपाक और प्रदूषित पानी से हों रहे लतपथ, बढ़ रहा चोरियों की अंदेशा।

नगर पंचायत पुसौर में प्रकाष व्यवस्था को लेकर बिते कई रातों की पडताल हुई जिसमें बोरोडिपा से बाजार तक 4 जगहों में लगातार बल्ब जलते बुझते पाये गये वहीं 17 स्थानों में लगे हुये बल्ब नहीं जल रहे थे और कई स्थानों में बल्ब ही नहीं लगे थे। ज्ञात हो कि बिते कुछ समय पहले बाजार वार्ड में प्रकाष व्यवस्था का जिक्र किया गया था जिसमें कई तरह के सवाल उठाया गया था और नगर पंचायत पुसौर प्रषासन के लापरवाही को स्थानीय लोगों ने अवगत कराया था। नगर के मुख्य रोड जहां कि लगातार लोगों का अवागमन है ऐसे स्थिति में अंधेरा होना कई स्थानों का बल्बों का लगातार जलना बुझना प्रबंधन के अव्यस्था को साफ साफ दिखाता है। मालुम हो कि तहसील कार्यालय से पुसौर की बसाहट षुरू होती है जहां बल्ब तो जल रहे हैं लेकिन वो पर्याप्त प्रकाष नहीं दे रहे है, बोरोडीपा चौक में पुसौर के गरिमा के मुताविक प्रकाष व्यवस्था नहीं है इसके बाद लोकेष हास्पीटल के ठीक सामने एक बल्ब जलता है जो बार बार जलता बुझता है जो राहगीर को और परेषानी में डाल रहा है चूंकि इसी के आस पास मवेषियों के अलग अलग दल मिलते हैं और यहां लगातार अधेरा के कारण दुर्घटनायें भी होती रही है गनिमत है कि दुर्घटना स्थल पर ही हास्पीटल होने से वहां उन्हें दाखिल कर दिया जा रहा है।हास्पीटल के सामने ही इस तरह की अंधेरा को लेकर हास्पीटल प्रबंधन और नगर पंचायत प्रबंधन की आपसी कैमिस्ट््री क्या है ये तो मालुम नहीं लेकिन दुर्घटना होने के बाद आहत लोगों को यह हास्पीटल जीवन दायिनी सिद्ध हो रहा है। भाठिया कालोनी के पास से लेकर देषी षराब दुकान, छींच चौक, बस स्टैण्ड पुसौर, गायत्री मंदिर चैक, और बाजार चौक जैसे प्रमुख स्थानों में लाईटिंग की अवस्था नगरीय प्रषासन के प्रबंधन पर सवाल खडे करने में काफी है। वार्डो के रिहायसी इलाकों की बात करें तो इसमें डिहीपारा, कोल्तापारा, मुडीतल, देवलापारा, सारथी मोहल्ला, बोरोडिपा के वार्ड क्रमांक 1 और 2 तथा 3 कालोनी : जेडीएस, भाठिया और हाउसिंग कालोनी इन सारों स्थलों में प्रकाष की व्यवस्था को लेकर पडताल हुई जहां निवासरत लोगों और व्यवसायिक प्रतिश्ठानों द्वारा किये गये प्रकाष व्यवस्था में ही संबंधित गलियों में उजियारा है और नगर पंचायत द्वारा जहां बल्ब लगे हुये हैं या तो जल नहीं रहे हैं और जल भी रहे हैं तो वो पर्याप्त प्रकाष देने लायक नहीं है। नगर के लोगों की माने तो प्रकाष कर, मकान कर समेकित कर, जल कर सहित कई अन्य कर नगर पंचायत द्वारा लिया जा रहा है जिसके भुगतान समय पर नहीं होने पर व्याज भी लिये जा रहे हैं जबकि जमीनी स्तर पर देखा जाये तो प्रकाष की व्यवस्था पर नगर पंचायत कामयाब नहीं है इसी तरह पानी, नाली सफाई व निर्माण की भी है। इस संबंध में सीएमओ ललित साहु से जानकारी ली गई थी जिसमें इन्हौने बताया था कि खम्हों को चिन्हांकित कर वहां बल्ब लगाये गये है और पुनः प्रकाष सुविधा दिलाने क्या किये जा सकते हैं इसके लिये दूसरी बार इनका पक्ष जानने कोषिष की गई जिसमें सफलता नहीं मिली। जानकारों की माने तो पुसौर नगर पंचायत जन सुविधाओं के मद्देनजर यहा किए गये विकास कार्य बहुत पीछे चल रहे हैं जिसकी पुश्टी सरिया नगर पंचायत से तुलना कर जा सकती है।
