
कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर पुसौर के रथ दाड में भक्तिमय और उल्लासमय वातावरण में रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन।
इस भव्य कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ रीना नायक व विशिष्ट अतिथि बीएमओ डॉ. विनोद ने कहा ; “यह आयोजन न केवल सांस्कृतिक विरासत को जीवंत रखता है, बल्कि समाज में महिलाओं को अपनी कला का प्रदर्शन करने का उम्दा अवसर भी प्रदान करता है।”
कार्यक्रम के अध्यक्ष और नगर अध्यक्ष मानी सतपथी ने इसे “महिलाओं के सम्मान और उनकी कलात्मक प्रतिभा को निखारने का मंच” बताया।
पूर्व नगर अध्यक्ष किशोर कसेर और नेत्राधिकारी रामेश्वर पटेल ने आयोजकों की सराहना करते हुए इसे “समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार” करार दिया।
21 वर्षों से निरंतर चल रही परंपरा:
पुसौर और आसपास के गांवों की महिलाएं और बालिकाएं इस प्रतियोगिता में भाग लेकर अपनी रंगीन कला का प्रदर्शन करती हैं। इस वर्ष 46 सीनियर और 123 जूनियर प्रतिभागियों ने रंगोली बनाकर निर्णायक मंडल का दिल जीत लिया। प्रथम, द्वितीय, और तृतीय स्थान पाने वालों को पुरस्कृत किया गया, और अन्य प्रतियोगियों को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की सफलता के पीछे वर्तमान नगर उपाध्यक्ष उमेश साव, रामलीला समिति अध्यक्ष बैकुंठ गुप्ता और उनकी टीम की कड़ी तैयारी थी। उमेश साव ने मंच संचालन भी किया। येह आयोजन न केवल सांस्कृतिक जागरूकता का प्रतीक है, बल्कि समाज में एकता और भाईचारे का संदेश भी देता है। इसलिए सभी प्रतिभागियों और आयोजकों को हार्दिक बधाई!।
कार्यक्रम को भव्यता देने इन लोगों की रही गरिमा मय उपस्थिति: पुर्व अध्यक्ष रितेष थवाईत ,वरूण देव महाणा, मंजु निराकार पटेल, सुरेष महाणा , निलांचल महाणा, नरेश दास, शौकीलाल चौहान , भरत शडंगी, संतोश यादव, रूपेष साव सहित समस्त पार्शद व गणमान्य नागरिक ।
निर्णायक मण्डल में रहे आदर्ष एवं अभिनव स्कुल के शिक्षिका मोनिका शर्मा, प्रीति गुप्ता, कामिनी शर्मा, मंजु गुप्ता, पुजा गुप्ता, सुनिता गुप्ता तथा हेमा पटेल। जिन्होने बनाये गये समुचे रंगोलीयों को देखा और जांच किया जिसमें सिनियर एवं जुनियर दोनों कलाकार का चयन किया गया और जुनियर में प्रथम पुरस्कार बिन्दु चैहान, द्वितीय वर्षा नंदे, तृतीय प्रीति चौहान इसी तरह सिनियर में प्रथम पुरस्कार ज्योति पाण्डे, द्वितीय निलम दास तथा तृतीय अंजु पटेल पुरस्कृत हुए।
